Data Processing In Hindi: Data & Information

कंप्यूटर कैलकुलेटर की तरह एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है। कैलकुलेटर पर हम जोड़ना घटाना आदि अंकगणितीय क्रियाएं करते हैं जबकि कंप्यूटर पर हम इन क्रियाओं के अलावा भी बहुत से काम करते हैं। इन कामों को  डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) कहा जाता है।

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डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) को समझने के लिए डाटा (Data) और सूचना (Information) का मतलब (Meaning) समझना जरूरी है।

आइए सरल Hindi में समझते हैं कि:

डाटा (Data) और सूचना (Information) क्या है?

डाटा (Data)

किसी वस्तु के बारे में किसी तथ्य या जानकारी को डाटा (Data) कहा जाता है।

उदाहरण के लिए,

जिस मोबाइल फोन से हम बात करते हैं, उसके बारे में कई जानकारियां हो सकती हैं। जैसे-

  • मोबाइल फोन का वजन,
  • उसका रंग,
  • उसकी लंबाई,
  • उसकी कीमत,
  • बनाने वाली कंपनी का नाम आदि

इसी प्रकार किसी स्टूडेंट के बारे में यह बातें जानी जा सकती है।

  • स्टूडेंट का नाम,
  • रोल नंबर,
  • जन्मतिथि,
  • पिता का नाम,
  • कक्षा,
  • घर का पता आदि

यह सभी बातें डाटा के उदाहरण  हैं।

मुख्य रूप से डाटा दो प्रकार के होते हैं:

1. संख्यात्मक (Numeric) और
2. चिन्हात्मक (Alphanumeric)

अंको से बने हुए डाटा को संख्यात्मक (Numeric) डाटा कहा जाता है।

जैसे- रोल नंबर, लंबाई तथा मूल वेतन आदि।

संख्यात्मक (Numeric) डाटा में,  हम केवल  1 2 3 4 5 6 7 8 9 और 0 अंको का प्रयोग करते हैं और इनके साथ दशमलव बिंदु (.) तथा धन (+) और ऋण (-) चिन्ह का प्रयोग भी कर सकते हैं।

जोड़ना, घटाना, भाग देना आदि अंकगणितीय क्रियाएं केवल संख्यात्मक (Numeric) डाटा पर की जा सकती है।

चिन्हात्मक (Alphanumeric) डाटा उस डाटा को कहा जाता है जिसमें अक्षरों, अंको तथा दूसरे किसी भी चिन्ह का प्रयोग किया जा सकता है।

जैसे- घर का पता, नाम, कंपनी का नाम आदि।

चिन्हात्मक डाटा पर जोड़ना घटाना आदि अंकगणितीय क्रियाएं नहीं की जा सकती लेकिन हम उनकी जांच या तुलना कर सकते हैं। 

सूचना (Information)

वैसे तो हमारे पास बहुत तरह के डाटा का भंडार होता है लेकिन वह सारा हमारे लिए उपयोगी का नहीं होता क्योंकि डाटा अलग-अलग बिखरे हुए अव्यवस्थित तथ्य है जिसे कोई भी निर्णय नहीं लिया जा सकता।

उदाहरण के लिए, 

किसी कक्षा (Class) में पढ़ने वाले लड़कों की अलग-अलग उम्र (Age) हमारे लिए डाटा (Data) है। हमें उस कक्षा की औसत उम्र (Average Age) की जरूरत है। यह हमारे लिए उपयोगी है।

उपयोगी डाटा (Useful Data) को कंप्यूटर की भाषा में सूचना (Information) कहा जाता है।

हम डाटा इकट्ठा ही इसीलिए करते हैं उसमें से सूचना निकाल सकें, इसके लिए हमें डाटा पर कुछ क्रियाएं करनी पड़ती है। जैसे-

विद्यार्थियों की अलग-अलग उम्र  का औसत उम्र पता करने के लिए,

हम पहले उन सब की उम्र को जोड़ेंगे, फिर सभी विद्यार्थियों को Count करेंगे और अंत में उम्र के जोड़ में विद्यार्थियों की संख्या से भाग देंगे जिससे उनकी औसत उम्र निकल आएगी।

जोड़ना, गिनना, भाग देना आदि जो कार्य हमें करने पड़े, उन्हें प्रोसेसिंग (Processing) कहा जाता है। डाटा से सूचना निकालने के लिए हमें बहुत सी क्रियाएं करनी पड़ती है, उन सब क्रियाओं को डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) कहा जाता है।

डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) का कार्य कागज कलम लेकर हाथ से ही कर सकते हैं लेकिन आजकल हम यह कार्य कंप्यूटर की सहायता से करते हैं।

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