Software In Hindi [Meaning, Types & Examples]

दोस्तों, आइए सरल Hindi में जानते हैं कि Software क्या होता है, Software कितने प्रकार (Types) के होते हैं और उनके उपयोग (Uses) क्या हैं। 

software in hindi

Computer पर हम अनेक तरह के कार्य कर सकते हैं  लेकिन कोई भी कार्य कंप्यूटर से कराने के लिए हमें सॉफ्टवेयर (Software) आवश्यकता होती है। 

बिना सॉफ्टवेयर के कंप्यूटर से कोई भी काम करा पाना असंभव है।  

वास्तव में, बिना सॉफ्टवेयर के कंप्यूटर एक बेजान मशीन है।  

तो क्या होता है सॉफ्टवेयर?

What is Software?

Software कई प्रोग्रामों (Programs) का संग्रह होता है जो एक विशेष उद्देश्य (Purpose) या कार्य  के लिए लिखा जाता है। 

एक Program निर्देशों का समूह (set of Instruction) होता है जो किसी विशेष प्रोग्रामिंग भाषा (Programming Language) में लिखा जाता है – जैसे-  C, C++, JAVA आदि में। 

Software के कुछ उदाहरण है;

  • Microsoft Windows
  • Macintosh
  • MS Word
  • MS Excel
  • PowerPoint
  • Photoshop
  • Notepad
  • VLC Player

उपरोक्त सॉफ्टवेयर कई-कई प्रोग्रामों का संग्रह है और वे किसी न किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में लिखे गए हैं और उनके अपने उद्देश्य (Purpose) हैं जैसे – 

MS Word कोई डॉक्यूमेंट, लेटर आदि लिखने और प्रिंट करने के लिए, 

MS Excel कैलकुलेशन करने और रिपोर्ट बनाने आदि के लिए,

PowerPoint प्रेजेंटेशन तैयार करने के लिए,

VLC Player वीडियो और म्यूजिक प्ले करने के लिए,

वास्तव में, कंप्यूटर पर सभी कार्य सॉफ्टवेयर की मदद से किए जाते हैं।  

कंप्यूटर के  Physical Parts जैसे – मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस, सी.पी.यू.,  प्रिंटर, हार्ड डिस्क आदि  को हार्डवेयर (Hardware) कहा जाता है।  

हार्डवेयर को हम अपनी आंखों से देख भी सकते हैं और हाथों से छू भी सकते हैं लेकिन सॉफ्टवेयर को न तो हम देख सकते हैं और न ही छू सकते हैं। 

Types of Software

Software के दो प्रमुख प्रकार (Types) हैं:

  1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software)
  2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software)

सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software)

सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software) ऐसे सॉफ्टवेयर को कहा जाता है जिनका काम सिस्टम अर्थात कंप्यूटर को चलाना और उसे काम करने लायक बनाए रखना होता है।

System Software ही हार्डवेयर में जान डालता है बिना इसके कंप्यूटर एक बेजान मशीन ही रह जाएगा। 

यह पहले User से सूचना का आदान-प्रदान करता है और फिर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के साथ काम करता है सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर को अपने Internal Resources का प्रबंधन करने में मदद करता है।

System Software  एक Single सॉफ्टवेयर नहीं है बल्कि कई सॉफ्टवेयर का समूह है इसके प्रमुख Components है – 

ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System): 

ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) किसी कंप्यूटर के System Software का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है। यह वास्तव में कंप्यूटर और उसका उपयोग करने वाले व्यक्ति (User) के बीच की एक कड़ी है।

ऑपरेटिंग सिस्टम के बिना हमारे लिए कंप्यूटर से कोई काम करा सजना असंभव तो नहीं है परंतु बहुत कठिन जरूर है।

ऑपरेटिंग सिस्टम मुख्य काम (Functions) है – 

  • उपयोगकर्ता (User) के आदेशों को कंप्यूटर तक पहुंचाना और उसके परिणाम तथा कंप्यूटर द्वारा दिए गए संदेशों को उपयोगकर्ता तक पहुंचाना
  • उपयोगकर्ता द्वारा बनाए गए प्रोग्रामों को शुरू करना,  पालन कराना और खत्म करना
  • हार्डवेयर के सभी भागों को जरूरत पड़ते ही प्रोग्राम के लिए दिलवाना
  • उपयोगकर्ता के  फाइलों का हिसाब रखना और उसकी पूरी सुरक्षा करना

ऑपरेटिंग सिस्टम के उपरोक्त कामों से आप अनुमान लगा सकते हैं कि इसके कार्य कितने महत्वपूर्ण है।

यदि उपरोक्त कामों User स्वयं करें तो वह कंप्यूटर बंद करके घर पर बैठना ज्यादा पसंद करेगा।

क्योंकि उसका सारा समय इन्हीं कामों में लग जाएगा और अपना असली काम नहीं कर पाएगा।

कंप्यूटर पर कोई भी कार्य करने से पहले उसमें सबसे पहले ऑपरेटिंग सिस्टम इंस्टॉल (Install) किया जाता है और उसके बाद ही आप Application Software से अपना कोई कार्य कर सकते हैं।

Microsoft Windows कंप्यूटर पर सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम में से एक है।  Microsoft Windows के अलावा निम्नलिखित प्रमुख ऑपरेटिंग सिस्टम हैं – 

  • एप्पल Mac OS
  • लिनक्स (Linux)
  • यूनिक्स ओ.एस.  Unix OS)
  • एंड्राइड ओएस (Android OS)

यूटिलिटीज (Utilities)

यूटिलिटीज (Utilities) ऐसे छोटे सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम होते  हैं जो ऑपरेटिंग सिस्टम की कार्य क्षमता में वृद्धि करते हैं। यह विशेष रूप से कंप्यूटर हार्डवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के प्रबंधन को एक साथ कार्य करने में सहायता करते हैं। 

उदाहरण के लिए,

Disk Defragmenter  एक यूटिलिटी प्रोग्राम है जो हार्ड डिस्क से अवांछनीय फाइलों को हटाने एवं हार्ड डिस्क को पूर्ण रूप से काम में लेने के लिए उपयोगी है।

अधिकांश Utility Programs ऑपरेटिंग सिस्टम का हिस्सा होते हैं और कुछ को अलग से इंस्टॉल करना होता है 

कुछ Utility Programs निम्नलिखित है – 

  • Disk Formatting
  • Disk Cleaner
  • Backup/Recovery Program
  • Disk Compression
  • Antivirus 

डिवाइस ड्राइवर (Device Driver) :

Device Driver एक तरह के स्पेशल प्रोग्राम होते हैं जो Input और Output डिवाइस को कंप्यूटर सिस्टम के साथ  Communicate  करने की अनुमति प्रदान करते हैं।

अगर आप किसी इनपुट या आउटपुट डिवाइस को इस्तेमाल करना चाहते हैं  तो पहले उसके डिवाइस ड्राइवर को कंप्यूटर में इंस्टॉल करना होता है अन्यथा आप उसे इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।

उदाहरण के लिए ,

प्रिंटर एक आउटपुट डिवाइस है इसको इस्तेमाल करने के लिए आपको पहले इसका Device Driver कंप्यूटर में इंस्टॉल करना होगा तभी आप प्रिंट कर पाएंगे। 

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software)

Application Software ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं जो हमारे असली कामों को करने के लिए तैयार किए जाते हैं। Application Software को End User Program भी कहते हैं क्योंकि इनको विशेष रुप से End User के लिए तैयार किया जाता है।

Application Softwareके कुछ उदाहरण हैं – 

  • वर्ड प्रोसेसर (Word Processor) जैसे – MS Word
  • वेब ब्राउज़र (Web Browser) जैसे – Google Chrome
  • स्प्रेडशीट (Spreadsheet) जैसे – MS Excel
  • डेटाबेस (Database) जैसे – MS Access 
  • मीडिया प्लेयर (Media Player) जैसे – VLC Player

अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर होते हैं।

उदाहरण के लिए,

दस्तावेज तैयार करने के लिए Word Processor जैसे – MS Word, वेबसाइट देखने के लिए Web Browser जैसे – Google Chrome, गणना करने के लिए Spreadsheet जैसे –  MS Excelआदि।

Application Software यूजर फ्रेंडली (User-Friendly) होते हैं क्योंकि उनको इस तरीके से तैयार किया जाता है जिससे यूजर के लिए काम करना आसान हो जाता है।

कुछ प्रमुख एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर हैं –

1. वर्ड प्रोसेसर (Word Processor):

Word Processor कंप्यूटर पर दस्तावेज (Document) तैयार करने में मदद करता है और उस दस्तावेज को संपादित (Edit),रूपांतरित (Convert), संग्रहित (Store) और प्रिंट (Print) किया जा सकता है।

कुछ प्रसिद्ध वर्ड प्रोसेसर हैं  –

  • MS Word
  • Word Star
  • Word Pad
  • Open Writer

2. स्प्रेडशीट (Spreadsheet) : 

स्प्रेडशीट (Spreadsheet) एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है  जो डाटा को Tabular Form में   Organize, Analyze और Store कर सकता है।

Spreadsheet सॉफ्टवेयर से आप गणितीय क्रियाएं आसानी से कर सकते हैं।

कुछ प्रसिद्ध Spreadsheet हैं  –

  • MS Excel
  • Lotus 123
  • Open Clac

3. ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर (Graphics Software) :

इसके अंतर्गत  ऐसे सॉफ्टवेयर आते हैं जिनको ग्राफिक्स के साथ काम करने के लिए तैयार किया गया है क्योंकि यह उपयोगकर्ता को दृश्य डेटा (Visual Data) या छवियों (Images) में परिवर्तन संपादित करने या बनाने में मदद करता है।  

इस प्रकार के कुछ Graphics Software हैं – 

  • Adobe Photoshop
  • Autodesk Maya
  • Blender
  • Carrara
  • CorelDRAW

4. डेटाबेस सॉफ्टवेयर (Database Software):

डेटाबेस सॉफ्टवेयर (Database Software) डेटाबेस बनाने और उनके भीतर निहित जानकारी को स्टोर करने, बदलने, खोजने और निकालने के लिए डिज़ाइन होते हैं।

डेटाबेस सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली (Database Management System) कहा जाता है।

  • Oracle RDBMS
  • IBM DB2
  • Altibase
  • Microsoft SQL Server
  • SAP Sybase ASE
  • Teradata
  • ADABAS
  • MySQL
  • FileMaker
  • Microsoft Access

5. डेस्कटॉप पब्लिशिंग (Desktop Publishing):

डेस्कटॉप पब्लिशिंग का शाब्दिक अर्थ छापी आने वाली सामग्री को अपनी मेज पर ही तैयार करना होता है अर्थात अपने पर मेज रखे उपकरणों द्वारा ही प्रकाशन का कार्य करना।

डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं जिनके द्वारा आप अपने कंप्यूटर पर ही न्यूज़लेटर, पत्रिका, निमंत्रण पत्र आदि के पृष्ठों को प्रकाशन के लिए तैयार कर सकते हैं।

कुछ प्रसिद्ध DTP Software है – 

  • PageMaker
  • Ventura Publisher
  • Microsoft Publisher
  • Quark Express

6. एकाउंटिंग पैकेज (Accounting Package) :

एकाउंटिंग पैकेज  ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं जिसमें विभिन्न संस्थाओं के लेन-देन का हिसाब-किताब व्यवस्थित ढंग से रखा जा सकता है और अनेक प्रकार की फाइनेंशियल रिपोर्ट निकाली जा सकती है।

कुछ पॉपुलर एकाउंटिंग पैकेज है –

  • Tally Erp 9
  • QuickBooks
  • Zoho Books
  • MargERP 9+
  • Busy Accounting

इनके अलावा, सभी सॉफ्टवेयर जो एक विशिष्ट उद्देश्य को पूरा करते हैं, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की श्रेणी में आते हैं।

Differences between System and Application Software

Base System Software Application Software
आवश्यकता
कंप्यूटर के लिए अनिवार्य होता है
वैकल्पिक उपयोग और आवश्यकता पर निर्भर करता है
उपयोग
कंप्यूटर को कार्य करने लायक बनाता है, इसके बिना कंप्यूटर एक बेजान मशीन है
उपयोगकर्ता को दक्षता पूर्वक कार्य करने में सक्षम बनाता है
निर्भरता
यह स्वतंत्र होता है और इसको बिना एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के भी उपयोग किया जा सकता है
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर बिना सिस्टम सॉफ्टवेयर के उपयोग नहीं किया जा सकता है

हालाँकि, सॉफ़्टवेयर का एक और वर्गीकरण मौजूद है। सॉफ्टवेयर को उनकी उपलब्धता और क्षमता के आधार पर वर्गीकृत भी किया जा सकता है।

  • Freeware
  • Shareware
  • Open Source
  • Closed Source

फ्रीवेयर (Freeware): 

फ्रीवेयर (Freeware) ऐसे Software होते हैं जो बिना किसी लागत (Cost) के उपलब्ध होते है। कोई भी इसे इंटरनेट से डाउनलोड कर सकता है और बिना किसी शुल्क के इसका उपयोग कर सकता है।

हालांकि, फ्रीवेयर सॉफ्टवेयर को संशोधित करने या इसके वितरण के लिए शुल्क लेने के लिए कोई स्वतंत्रता प्रदान नहीं करता है।

Freeware Software के कुछ उदाहरण हैं:

1. अडोब रीडर (Adobe Reader)
2. स्काइप (Skype)

शेयरवेयर (Shareware) :

शेयरवेयर (Shareware) एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जो ट्रायल के आधार पर उपयोगकर्ताओं को स्वतंत्र रूप से वितरित किया जाता है।

यह आमतौर पर एक समय सीमा के साथ आता है और जब समय सीमा समाप्त हो जाती है, तो उपयोगकर्ता को निरंतर सेवाओं के लिए भुगतान करने के लिए कहा जाता है।

विभिन्न प्रकार के शेयरवेयर हैं। जैसे एडवेयर, डोनेशनवेयर, फ्रीमियम ।

Shareware Software के कुछ उदाहरण हैं:

1. Adobe Acrobat
2. PHP Debugger
3. Winzip

ओपन-सोर्स (Open Source) : 

इस प्रकार के सॉफ़्टवेयर स्रोत कोड (Source Code) के साथ  उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होते हैं, जिसका अर्थ है कि उपयोगकर्ता सॉफ़्टवेयर को स्वतंत्र रूप से वितरित और संशोधित कर सकता है और सॉफ़्टवेयर में अतिरिक्त सुविधाएं जोड़ सकता है।

ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर फ्री या चार्जेबल हो सकता है।

ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के कुछ उदाहरण हैं:

1. Apache Web Server
2. GNU Compiler Collection
3. Mozilla Firefox

Closed Source: 

इस प्रकार के एप्लिकेशन आमतौर पर Paid होते हैं और स्रोत कोड (Source Code) पर बौद्धिक संपदा अधिकार या पेटेंट होते हैं। इनका उपयोग बहुत प्रतिबंधित है और आमतौर पर, स्रोत कोड को संरक्षित किया जाता है और इसे गुप्त के रूप में रखा जाता है।

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